Friday, May 30, 2008

एक छोटी शुरुवात !!



कट जाये लंबा सफर , एक छोटी शुरुवात तो कर !
बन जाये रिश्ते नए , हँसके तू मुलाकात तो कर !!

खामोशी से सन्नाटा , फिर बनती तन्हाई है !
तन्हाई ना अश्क बने , उससे पहले बात तो कर !!

समझ ना के तू तनहा है , नही चलेगा कोई संग !
थामने को तैयार है हम , अपना आगे हाथ तो कर !!

चाँद को ही बस चाहा है , आये सितारे नजर नही !
प्यार करोगे उनसे भी , चाँद के बिन एक रात तो कर !!

झूटी जीत की चाह मे , सच्चे रिश्ते मरते गए !
सारा जग फिर अपना बने , दिल की तू मात तो कर !!

खुशी तेरे आंगन मे होगी , दरवाजे तो खोल जरा !
बाहर आ तू खिड़की से , ऐसे कुछ हालात तो कर !!

डरा तो फिर ना बड़ पायेगा , हार रहेगी दामन मे !
जीत का सहरा पाना है , बधाओं पे घात तो कर !!

1 comment:

priyanka mishra said...

samvad hinta sac me jivan me sannata bhar deti hai.par igo me un hota hai ki "wo bhi brksh bane rahe,ham bhi braksh bane rahe , aur jindgi tud ho gai"