हर दिन शुभ हर शाम सुनहरी, रात पूर्णिमा छा जाये !
हाथ उठा जो मांगे तू वो , सारी खुशीयॉ पा जाये !!
हर रस्ता आसान हो तेरा ,पग पग तेरे फूल पटे !
कदम रखे जिस पथ पे तू, उस पथ के कंटक दूर हटे !!
दूर हटे हर मुश्किल तुझ से, मंजिल पे तू आ जाये !
हाथ उठा जो मांगे तू वो , सारी खुशीयॉ पा जाये !!
हाथ उठा जो मांगे तू वो , सारी खुशीयॉ पा जाये !!
हर रस्ता आसान हो तेरा ,पग पग तेरे फूल पटे !
कदम रखे जिस पथ पे तू, उस पथ के कंटक दूर हटे !!
दूर हटे हर मुश्किल तुझ से, मंजिल पे तू आ जाये !
हाथ उठा जो मांगे तू वो , सारी खुशीयॉ पा जाये !!
खुशीयॉ तेरे आस पास हो , गम का नमो निशॉ ना हो !
सुख कि बस्ती मन मे हो , दुःख कहि भी बसा ना हो !!
हँसी खुशी कि बरखा बरसे , दर्द के बदल ना छाये !
हाथ उठा जो मांगे तू वो , सारी खुशीयॉ पा जाये !!
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